लखनऊ :- एससी समाज आरक्षण में वर्गीकरण को लागू करने के हरियाणा की नई भाजपा सरकार के फैसले को बीएसपी प्रमुख एवम उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने दलित विरोधी बताया। हरियाणा सरकार के इस निर्णय पर मायावती ने एक्स पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एससी समाज के आरक्षण में वर्गीकरण को लागू करने अर्थात आरक्षण कोटे के भीतर कोटा की नई व्यवस्था लागू करने का फैसला दलितों को फिर से बांटने व उन्हें आपस में ही लड़ाते रहने का षड़यंत्र।यह दलित विरोधी ही नहीं बल्कि घोर आरक्षण विरोधी निर्णय है।
हरियाणा सरकार को ऐसा करने से रोकने के लिए भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व के आगे नहीं आने से भी यह साबित है कि कांग्रेस की तरह बीजेपी भी आरक्षण को पहले निष्क्रिय व निष्प्रभावी बनाने और अन्ततः इसे समाप्त करने के षडयंत्र में लगी है, जो घोर अनुचित व बीएसपी इसकी घोर विरोधी है।
वास्तव में जातिवादी पार्टियों द्वारा एससी-एसटी व ओबीसी समाज में ’फूट डालो-राज करो’ व इनके आरक्षण विरोधी षड़यंत्र आदि के विरुद्ध संघर्ष का ही नाम बीएसपी है। इन वर्गों को संगठित व एकजुट करके उन्हें शासक वर्ग बनाने का हमारा संघर्ष लगातार जारी रहेगा।
हरियाणा सरकार द्वारा एससी समाज के आरक्षण में वर्गीकरण को लागू करने के फैसले पर बरसी मायावती
बिजनौर टुडे : लखनऊ ब्यूरो