मथुरा :- मंगलवार को लगभग शाम सात बजे मथुरा रिफाइनरी के नियोजित शटडाउन के बाद क्रूड डिस्टिलेशन यूनिट के स्टार्टअप के दौरान मामूली आग लग गई। रिफाइनरी की आंतरिक अग्नि एवं सुरक्षा टीम की मदद से आग को तुरंत बुझा दिया गया और रिफाइनरी परिचालन अप्रभावित रहा। घटना के परिणामस्वरूप आठ कर्मी सतही रूप से झुलस गए। घायलों में से तीन को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि अन्य को स्थानीय स्तर पर चिकित्सा देखभाल मिल रही थी। संयंत्र और मशीनरी को कोई नुकसान नहीं हुआ है और रिफाइनरी गतिविधियां सामान्य रूप से जारी हैं।
घटना का कारण निर्धारित करने के लिए गहन जांच की जा रही है। इंडियनऑयल सुरक्षा के उच्चतम मानकों के प्रति प्रतिबद्ध है। सभी घायल व्यक्तियों की हालत स्थिर है और उनकी रिकवरी पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। फिलहाल, अपोलो अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों की हालत स्थिर है और वे ठीक हो रहे हैं। मथुरा रिफाइनरी अस्पताल में भर्ती अन्य लोगों की हालत स्थिर है। ठीक होने के बाद एक मरीज को छुट्टी दे दी गई है और एक को जल्द छुट्टी दे दी जाएगी। तीन मरीजों को बेहतर निगरानी और उपचार के लिए मेट्रो अस्पताल, फरीदाबाद में स्थानांतरित कर दिया गया है।
वर्जन
प्रथम दृष्टया, आग लगने का कारण सीडीयू कॉलम में नॉन रिटर्न वाल्व (एनआरवी) की खराबी के कारण प्रतीत होता है, जिसके कारण हाइड्रोकार्बन भाप के साथ मिल गया। जिससे अचानक आग लग गई। घायल व्यक्ति आसपास के क्षेत्र में काम कर रहे थे और अचानक लगी आग से प्रभावित हुए।
-रेनू पाठक, वरिष्ठ प्रबंधक मथुरा रिफाइनरी
बिजनौर टुडे खलील अहमद