सरोजनीनगर लखनऊ: - बिजनौर के माती निवासी संदीप गौतम की हत्या उसके साथियों ने ही की थी। बिजनौर पुलिस ने घटना में शामिल चार आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर गुरुवार को घटना का खुलासा कर दिया। बताते चलें कि बिजनौर के माती निवासी संदीप गौतम (25) को बीती 6 अक्टूबर को एक युवक उसके घर से बुला ले गया। संदीप जब वापस नहीं लौटा तो काफी खोजबीन के बाद उसकी पत्नी शिवानी ने 8 अक्टूबर को बिजनौर थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। इस दौरान शिवानी को पता चला कि संदीप और गांव के ही सुखराम, अभिषेक व मुन्ना यादव ने मिलकर संदीप की मां के नाम कमलापुर में स्थित जमीन को उसकी मां की जगह दूसरी महिला खड़ी कर उक्त जमीन बेच दी। वहीं शिवानी को पता चला कि नगराम स्थित जंगल में बीते दिनों लावारिस मिला शव संदीप का था।
जिसे पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद लावारिस में अंतिम संस्कार करा दिया था। यह जानकारी मिलने के बाद शिवानी ने सुखराम, अभिषेक और मुन्ना यादव के खिलाफ बिजनौर थाने में हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई। बिजनौर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल की तो घटना में एक अन्य युवक प्रदीप गौतम भी शामिल पाया गया। बिजनौर प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार राणा ने बताया कि जांच के बाद आरोपियों की तलाश की जा रही थी। तभी गुरुवार को पता चला कि प्रदीप और अभिषेक रावत माती गांव में, जबकि मुन्ना यादव माती अंडरपास के पास मौजूद है। इसके बाद पुलिस ने तीनों को वहीं से गिरफ्तार कर लिया। जहां पुलिस पूछताछ में तीनों ने बताया कि संदीप की मां सुरसती की जगह प्रदीप की मौसी को खड़ी कर उक्त जमीन का बैनामा आशियाना के शारदा नगर पावर हाउस के पास रजनी खंड निवासी मुन्ना यादव के हक में कराया गया था।
इसमें मृतक संदीप भी शामिल होने के साथ बैनामे का गवाह था। मुन्ना यादव ने उक्त जमीन के करीब चार लाख रुपए थोड़े-थोड़े करके कई महीनो में संदीप को दे दिए थे। लेकिन संदीप और पैसों की मांग कर रहा था। न देने पर धोखाधड़ी से किए गए बैनामे की थाने पर शिकायत कर जेल भिजवाने की धमकी दे रहा था। तब मुन्ना यादव ने संदीप को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसी के तहत सभी लोग मिलकर संदीप को बहाने से बुला ले गए और नगराम स्थित जंगल में उसकी डंडों से पिटाई करने के साथ चाकू से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी और शव को वही जंगल में छुपा कर भाग निकले। फिलहाल बिजनौर पुलिस ने मुन्ना यादव के अलावा मृतक संदीप के गांव में रहने वाले अभिषेक रावत, बिजनौर के ही परवर पश्चिम निवासी प्रदीप को गिरफ्तार करने के साथ ही घटना स्थल से मृतक की एक जोड़ी चप्पल और घटना में इस्तेमाल किए गए खून सने डंडों के टुकड़े बरामद कर तीनों को जेल भेज दिया है। जबकि घटना में शामिल फरार चल रहे चौथे आरोपी माती निवासी सुखराम की तलाश कर रही है।
बिजनौर टुडे संवाददाता इदरीश खान